तेरी दुनिया में दिल लगता नहीं, वापस बुला ले
मैं सजद़े मे गिरा हू, मुझको ऐ मालिक उठा ले
तेरी दुनिया में दिल लगता नहीं
बहार आई थी किस्मत ने मगर ये गुल खिलाया
जलावा आशिया सैय्याद ने, पर नोच डाले
मुझको ऐ मालिक उठा ले
तेरी दुनिया में दिल लगता नहीं
भअँवर का सर न चकराए न दिल लहरों का डूबे
वे कश्ती आप कर दी मैने तुफ़ां के हवाले
मुझको ऐ मालिक उठा ले
तेरी दुनिया में दिल लगता नहीं, वापस बुला ले
मैं सजद़े मे गिरा हू, मुझको ऐ मालिक उठा ले
तेरी दुनिया में दिल लगता नहीं