तुम बिन जीवन कैसे बीता
पूछो मेरे दिल से पूछो मेरे दिल से
तुम बिन जीवन कैसे बीता
पूछो मेरे दिल से पूछो मेरे दिल से
पूछो मेरे दिल से हाये पूछो मेरे दिल से
सावन के दिन आये बीती यादें लए
कौन झुकाकर आंखे मुझको पास बिठाये
कैसा था प्यारा रूप तुम्हारा
पूछो मेरे दिल से पूछो मेरे दिल से
तुम बिन जीवन कैसे बीता
पूछो मेरे दिल से हाये पूछो मेरे दिल से
प्रेम का सागर हाये चारो तरफ लेहरायए
जितना आगे जाऊ गेहरा होता जाये
ग़म के भंवर में क्या क्या डूबा
पूछो मेरे दिल से पूछो मेरे दिल से
तुम बिन जीवन कैसे बीता
पूछो मेरे दिल से हाये पूछो मेरे दिल से
जैसे जुगनू बन में तू चमके अंसुवन में
बन कर फूल खिली हो जाने किस बगियन में
मैं अपनी किस्मत पे रोया
पूछो मेरे दिल से हाये पूछो मेरे दिल से
तुम बिन जीवन कैसे बीता
पूछो मेरे दिल से हाये पूछो मेरे दिल से