Back to Top

Mukesh - Yeh Kaun Chitrakar Hai Lyrics



Mukesh - Yeh Kaun Chitrakar Hai Lyrics
Official




हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन
नीला नीला ये गगन
हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन ह्म ह्म
के जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा पवन ह्म ह्म
दिशाये देखो रंगभरी
दिशाये देखो रंगभरी चमक रही उमंग भारी
ये किस ने फूल फूल पे
ये किस ने फूल फूल पे किया सिंगर है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार

तपसियो सी है अटल ये पर्वतो की चोटिया
ये सर्प सी घूमेरदार, घेरदार घाटिया
ध्वजा से ये खड़े हुए
ध्वजा से ये खड़े हुए है वृकश देवदार के
गाळीचे ये गुलाब के, बगीचे ये बाहर के
ये किस कवि की कल्पना
ये किस कवि की कल्पना का चमत्कार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार

कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो हा हा हा
इसके गुनो को अपने मन मे तुम उतार लो हा हा हा
चमका लो आज लालिमा
चमका लो आज लालिमा अपने ललाट की
कण कण से झाँकती तुम्हे छबि विराट की
अपनी तो आँख एक है, अपनी तो आँख एक है, उस की हज़ार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन
नीला नीला ये गगन
हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन ह्म ह्म
के जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा पवन ह्म ह्म
दिशाये देखो रंगभरी
दिशाये देखो रंगभरी चमक रही उमंग भारी
ये किस ने फूल फूल पे
ये किस ने फूल फूल पे किया सिंगर है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार

तपसियो सी है अटल ये पर्वतो की चोटिया
ये सर्प सी घूमेरदार, घेरदार घाटिया
ध्वजा से ये खड़े हुए
ध्वजा से ये खड़े हुए है वृकश देवदार के
गाळीचे ये गुलाब के, बगीचे ये बाहर के
ये किस कवि की कल्पना
ये किस कवि की कल्पना का चमत्कार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार

कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो हा हा हा
इसके गुनो को अपने मन मे तुम उतार लो हा हा हा
चमका लो आज लालिमा
चमका लो आज लालिमा अपने ललाट की
कण कण से झाँकती तुम्हे छबि विराट की
अपनी तो आँख एक है, अपनी तो आँख एक है, उस की हज़ार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है

ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
[ Correct these Lyrics ]
Writer: BHARAT VYAS, SATISH BHATIA
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Mukesh



Mukesh - Yeh Kaun Chitrakar Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mukesh
Length: 4:16
Written by: BHARAT VYAS, SATISH BHATIA

Tags:
No tags yet