कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को
कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को
ना जाने कैसे खबर हो गयी ज़माने को
ना जाने कैसे खबर हो गयी ज़माने को
कभी कहा ना किसी से
अभी से आगे ये मुमकिन हे तुम पे बात आये
अभी से आगे ये मुमकिन हे तुम पे बात आये
जो हुक्म हो तो यही तोड़ दूँ पसाने को
जो हुक्म हो तो यही तोड़ दूँ पसाने को
कभी कहा ना किसी से
दागाह के काबरा में सब चल दिए डुआं ना सलाम
दागाह के काबरा में सब चल दिए डुआं ना सलाम
ज़रा सी देर में ये क्या हो गया ज़माने को
ज़रा सी देर में ये क्या हो गया ज़माने को
कभी कहा ना किसी से
सुना है गैर की महफ़िल में तुम ना जाओगे
सुना है गैर की महफ़िल में तुम ना जाओगे
कहो तो आज साझा लून ग़रीबखने को
कहो तो आज साझा लून ग़रीबखने को
कभी कहा ना किसी से
कुछ इंतजाम करो इ कमल कहा मानो
कुछ इंतजाम करो इ कमल कहा मानो
वो आने वाले हे सूरज है डूब जाने को
वो आने वाले हे सूरज है डूब जाने को
कभी कहा ना किसी से
तेरे फसाने को
कभी कहा