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Neelam Dixit - Yeh Kahan Aa Gaye Hum Lyrics



Neelam Dixit - Yeh Kahan Aa Gaye Hum Lyrics
Official




[ Featuring Ashok Sangwan ]

मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बाते करते हैं
तुम होती तो कैसा होता
तुम ये कहती तुम वो कहती
तुम इस बात पे हैरान होती
तुम उस बात पे कितनी हँसती
तुम होती तो ऐसा होता
तुम होती तो वैसा होता
मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बाते करते हैं

रूउ रूउ रूउ रूउ रूउ रूउरूउ रूउ

ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
तेरी बाहों में है जानम
मेरे जिस्मोजां पिघलते
तेरी बाहों में है जानम
मेरे जिस्मोजां पिघलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते

ये रात है या तुम्हारी
ज़ूल्फेन खुली हुई हैं
है चाँदनी तुम्हारी नॅज़ारो से
मेरी राते धूलि हुई हैं
ये चाँद है या तुम्हारा कंगन
सितारे हैं या तुम्हारा आँचल
हवा का झोंका है या
तुम्हारे बदन की खुशबुऊ
ये पट्टियों की है सरसराहट
के तुमने चुपके से कुच्छ
कहा ये सोचता हूँ
मैं काबसे गुमासूम
की जबकि मुझको भी ये खबर है
की तुम नहीं हो कहीं नहीं हो
मगर ये दिल है की कह रहा है
तुम यहीं हो यहीं कहीं हो
ओ तू बदन है मैं हूँ छाया
तू ना हो तो मैं कहा हूँ
मुझे प्यार करने वाले
तू जहा है मैं वहाँ हूँ
हमें मिलना ही था
हमदम इसी राह पे निकलते
हमें मिलना ही था
हमदम इसी राह पे निकलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते

मेरी साँस साँस महके
कोई भीना भीना चंदन
तेरा प्यार चाँदनी है
मेरा दिल है जैसे आँगन
कोई और भी मुलायम मेरी
शाम ढलते ढलते
कोई और भी मुलायम मेरी
मेरी शाम ढलते ढलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
मजबुउर ये हालात
इधर भी है उधर भी
तन्हाई के एक रात इधर
भी है उधर भी
कहने को बहुत कुच्छ
है मगर किससे कहें हम
कब तक यूँ ही खामोश
रहे और सहें हम
दिल कहता है दुनिया
की हर इक रस्म उठा दें
दीवार जो हम दोनो
में है आज गिरा दें
क्यों दिल में सुलगते
रहे लोगों को बता दें
हन हमको मुहब्बत है
मोहब्बत है मोहब्बत है
अब दिल में यही बात
इधर भी है उधर भी
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
ये कहा आ गये हम
ये कहा आ गये हम
[ Correct these Lyrics ]

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मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बाते करते हैं
तुम होती तो कैसा होता
तुम ये कहती तुम वो कहती
तुम इस बात पे हैरान होती
तुम उस बात पे कितनी हँसती
तुम होती तो ऐसा होता
तुम होती तो वैसा होता
मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बाते करते हैं

रूउ रूउ रूउ रूउ रूउ रूउरूउ रूउ

ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
तेरी बाहों में है जानम
मेरे जिस्मोजां पिघलते
तेरी बाहों में है जानम
मेरे जिस्मोजां पिघलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते

ये रात है या तुम्हारी
ज़ूल्फेन खुली हुई हैं
है चाँदनी तुम्हारी नॅज़ारो से
मेरी राते धूलि हुई हैं
ये चाँद है या तुम्हारा कंगन
सितारे हैं या तुम्हारा आँचल
हवा का झोंका है या
तुम्हारे बदन की खुशबुऊ
ये पट्टियों की है सरसराहट
के तुमने चुपके से कुच्छ
कहा ये सोचता हूँ
मैं काबसे गुमासूम
की जबकि मुझको भी ये खबर है
की तुम नहीं हो कहीं नहीं हो
मगर ये दिल है की कह रहा है
तुम यहीं हो यहीं कहीं हो
ओ तू बदन है मैं हूँ छाया
तू ना हो तो मैं कहा हूँ
मुझे प्यार करने वाले
तू जहा है मैं वहाँ हूँ
हमें मिलना ही था
हमदम इसी राह पे निकलते
हमें मिलना ही था
हमदम इसी राह पे निकलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते

मेरी साँस साँस महके
कोई भीना भीना चंदन
तेरा प्यार चाँदनी है
मेरा दिल है जैसे आँगन
कोई और भी मुलायम मेरी
शाम ढलते ढलते
कोई और भी मुलायम मेरी
मेरी शाम ढलते ढलते
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
मजबुउर ये हालात
इधर भी है उधर भी
तन्हाई के एक रात इधर
भी है उधर भी
कहने को बहुत कुच्छ
है मगर किससे कहें हम
कब तक यूँ ही खामोश
रहे और सहें हम
दिल कहता है दुनिया
की हर इक रस्म उठा दें
दीवार जो हम दोनो
में है आज गिरा दें
क्यों दिल में सुलगते
रहे लोगों को बता दें
हन हमको मुहब्बत है
मोहब्बत है मोहब्बत है
अब दिल में यही बात
इधर भी है उधर भी
ये कहा आ गये हम
यूँ ही साथ साथ चलते
ये कहा आ गये हम
ये कहा आ गये हम
[ Correct these Lyrics ]
Writer: JAVED AKHTAR, SHIV HARI
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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Neelam Dixit - Yeh Kahan Aa Gaye Hum Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Neelam Dixit
Featuring: Ashok Sangwan
Length: 7:52
Written by: JAVED AKHTAR, SHIV HARI

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