[ Featuring Mohammed Irfan ]
आ हा हा हा
आ हा हा हा
हा आ आ
आ आ आ
टूटी चारपाई वोही
ठंडी पूर्वाई रस्ता देखे ए ए
दूधों की मलाई वोही
मिट्टी की सुराही रास्ता देखे ए ए
कैसी तेरी खुदगर्ज़ी
ना धूप चुने ना छाँव
कैसी तेरी खुदगर्ज़ी
किसी ठोर टिके ना पाऊँ
Oh बन लिया अपना पैगंबर
तार लिया तू सात समंदर
फिर भी सूखा मन के अंदर
क्यूँ रह गया
मन मन की सुनता जाए
सुनता नहीं मन वालों की ई ई
मन ही मन में बनाए
दुनिया ये एक ख़यालों की
पास कोई आवे दूर कोई जावे
होता है क्यूँ ये कोई समझावे
ऐ मन करदा ऐ ठगी थोरिया (ऐ मन करदा ऐ ठगी थोरिया)
ऐ मन करदा ऐ सीना ज़ोरियां (ऐ मन करदा ऐ सीना ज़ोरियां)
अने सिख लैयाँ दिल दियां चोरियां (अने सिख लैयाँ दिल दियां चोरियां)
ऐ मन दियां ने कमज़ोरियाँ (ऐ मन दियां ने कमज़ोरियाँ)
ऐ मन करदा ऐ ठगी थोरिया (ऐ मन करदा ऐ ठगी थोरिया)
ऐ मन करदा ऐ सीना ज़ोरियां (ऐ मन करदा ऐ सीना ज़ोरियां)
अने सिख लैयाँ दिल दियां चोरियां (अने सिख लैयाँ दिल दियां चोरियां)
ऐ मन दियां ने कमज़ोरियाँ (ऐ मन दियां ने कमज़ोरियाँ)
आ आ आ आ आ
नैना नू पता है
नैना दी खता है
सानू किस गल दी फिर
मिलदी सज़ा है
नींद उड़ जावे
चैन छड़ जावे
इश्क़ दी फ़क़ीरी जद लग जावे
हो मस्त मौला, मस्त कलंदर
तू हवा का एक बवंदर
बुझ के यूँ अंदर ही अंदर
क्यूँ रह गया आ आ
रे कबीरा मान जा (रे कबीरा मान जा)
रे फ़क़ीरा मान जा (रे फ़क़ीरा मान जा)
आजा तुझको पुकारे (आजा तुझको पुकारे)
तेरी परछाईयाँ (तेरी परछाईयाँ)
रे कबीरा मान जा (रे कबीरा मान जा)
रे फ़क़ीरा मान जा (रे फ़क़ीरा मान जा)
कैसा तू है निर्मोही (कैसा तू है निर्मोही)
कैसा हरजायाँ (कैसा हरजायाँ)
हाँ रे कबीरा, रे कबीरा (रे कबीरा, रे कबीरा)
रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा (रे कबीरा, रे कबीरा)
रे कबीरा, रे कबीरा (रे कबीरा, रे कबीरा)
रे कबीरा, रे कबीरा (रे कबीरा, रे कबीरा)
संग तेरे है सवेरा (संग तेरे है सवेरा)
रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा (रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा)
संग तेरे है सवेरा
रे कबीरा, रे कबीरा (रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा)
रे कबीरा, रे कबीरा (रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा)
रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा (रे फ़क़ीरा, रे फ़क़ीरा)
कबीरा मान जा (रे कबीरा, रे कबीरा रे कबीरा, रे कबीरा)
रे फ़क़ीरा मान जा (संग तेरे है सवेरा रे कबीरा)
आजा तुझको पुकारे (रे कबीरा, संग तेरे है सवेरा)
तेरी परछाईयाँ (रे कबीरा, रे कबीरा)