तेरे बिन मैं यूं कैसे जीयां
कैसे जीयां तेरे बिन
तेरे बिन मैं यूं कैसे जीयां
कैसे जीयां तेरे बिन
लेकर यादें तेरी, रातें मेरी कटी
लेकर यादें तेरी, रातें मेरी कटी
मुझसे बातें तेरी, करती है चांदनी
तन्हा है तुझ बिन रातें मेरी
दिन मेरे दिन के जैसे नहीं
तन्हा बदन, तन्हा है रूह, नम मेरी आँखें रहे
आजा मेरे, अब रूबरू
जीना नहीं बिन तेरे
तेरे बिन मैं यूं कैसे जीयां
कैसे जीयां तेरे बिन
तेरे बिन मैं यूं कैसे जीयां
कैसे जीयां तेरे बिन
कबसे आँखें मेरी
राह में तेरे बिछी
भूले से ही कभी
तू मिल जाए कही
भूले न मुझसे बातें तेरी
भीगी है हर पल आँखें मेरी
क्यूँ सांस लूं क्यूँ मैं जियु
जीना बुरा सा लगे
क्यों हो गया तू बेवफ़ा
मुझको बता दे वजह
तेरे बिन मैं यूँ कैसे जिया
कैसे जिया तेरे बिन
तेरे बिन मैं यूँ कैसे जिया
कैसे जिया तेरे बिन