हूँ हूँ हूँ हूँ
आ जा री निंदिया तू आ के न जा
नन्ही सी आँखों में घुल-मिल जा
आ जा री निंदिया तू आ के न जा
नन्ही सी आँखों में घुल-मिल जा
आ जा री निंदिया
आ
बाग़ में कोई कली जो चिटके आँख इसकी खुल जाती है
हवा से कह दो धीरे आये
हवा से कह दो धीरे आये
नींद किसी को आती है
नींद किसी को आती है
नींद किसी को आती है
आ जा री निंदिया तू आ के न जा
नन्ही सी आँखों में घुल-मिल जा
आ जा री निंदिया
सूरज की तेज़ धूप है दुनिया
सुबह सहे और शाम नहीं
दिल की कहानी क्या कहिये
आग़ाज़ तो है अंजाम नहीं
हूक सी दिल में उठती है
हूक सी दिल में उठती है
जब याद किसी की आती है
याद किसी की आती है
याद किसी की आती है
आ जा री निंदिया तू आ के न जा
नन्ही सी आँखों में घुल-मिल जा
आ जा री निंदिया