आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
बाग़ उजड़ के रह गया
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
बाग़ उजड़ के रह गया
समझे थे आसरा जिसे
वो भी बिछड़ के रह गया
समझे थे आसरा जिसे
वो भी बिछड़ के रह गया
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
बाग़ उजड़ के रह गया
पूछो ना माजरा-ए-ग़म
उजड़े हैं इस तरह से हम
पूछो ना माजरा-ए-ग़म
उजड़े हैं इस तरह से हम
घर का चराग़ क्या बुझा
घर का चराग़ क्या बुझा
घर ही उजड़ के रह गया
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
बाग़ उजड़ के रह गया
मुझ पर भी आई थी बहार
थोड़ी सी देर को मगर
मुझ पर भी आई थी बहार
थोड़ी सी देर को मगर
हँसते ही आँसू आ गये
हँसते ही आँसू आ गये
रंग बिगड़ के रह गया
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं
बाग़ उजड़ के रह गया
आँधियाँ ग़म की यूँ चलीं