अब तो नहीं दुनिया में
कही अपना ठिकाना
दुश्मन है ज़माना
दुश्मन है ज़माना
अब तो नहीं दुनिया में
कही अपना ठिकाना
दुश्मन है ज़माना
दुश्मन है ज़माना
अब किससे कहे कौन
सुने अपना फ़साना
दुश्मन है ज़माना
अब किससे कहे कौन
सुने अपना फ़साना
दुश्मन है ज़माना
माना के हर सितम से लाचार हुए है
माना के हर सितम से लाचार हुए है
सब काम तुम्हारे बिना दुश्वर हुए है
सब काम तुम्हारे बिना दुश्वर हुए है
लेकिन अभी तक मुंह से
डरे है ना डरेंगे
लेकिन अभी तक मुंह से
डरे है ना डरेंगे
सब सहते रहेंगे
बन जायेंगे सबके
ज़ुल्मो का निशाना
दुश्मन है ज़माना
अब तो नहीं दुनिया में
कही अपना ठिकाना
दुश्मन है ज़माना
दुश्मन है ज़माना
आये गए जब इसी मे वो रोयेगे हसेंगे
आये गए जब इसी मे तो रोगेगे हसेंगे
इस पल को जियेंगे
सोयी हुई तस्वीर को आता है जगाना
दुश्मन हैं जमाना
अब तो नहीं दुनिया में कहीं
अपना ठिकाना, दुश्मन हैं जमाना
दृ्मन हैं जमाना
अब तो नहीं दुनिया में कहीं
अपना ठिकाना, दुश्मन हैं जमाना
दृश्मन हैं जमाना