क़सम खा ली मैने
क़सम खा ली
क़सम खा ली मैने
क़सम खा ली
रुखसत करूँगा सपनो को मैं
मिलके हक़ीक़त से गले
सारा अंधेरा पी जाऊँगा
है जो शमा के तले
मैं तो चला मैं तो चला
चाहे मेरा चाहे मेरा
साया भी संग ना चले
कसम खा ली मैने
कसम खा ली
कसम खा ली मैने
कसम खा ली
मैं अंबर के टुकड़ों का क्या करूँ
क्या करूँ
अभी तक है बंज़र मेरी ज़मीन
क्यूँ देखूं तमाशा मैं दूर से दूर से
रवैया यही है मेरी कमी
जन्नत कभी जन्नत कभी
मिलती नही मिलती नही
औरों से करके गीले
कसम खा ली मैने
कसम खा ली
कसम खा ली मैने
कसम खा ली
मैं तो चला मैं तो चला
चाहे मेरा चाहे मेरा
साया भी संग ना चले
कसम खा ली मैने
कसम खा ली
कसम खा ली मैने
कसम खा ली