खोया रहा हूँ साजों में अपने
आहट भी तेरी भूल गया हूँ
इतना जिया हूँ, तन्हा रहा हूँ
इश्क तेरा भूल गया हूँ
उलझा रहा इस जिंदगी में
दिल की दुहाई दिल की दुहाई
तेरे बिन दिल मेरा लागे कहीं ना
तेरे बिन जां मेरी जाये कहीं ना
कितने ज़माने बाद ओ रब्बा
याद तू आया, याद तू आया