सजदा करुँगी जीवन लड़ूंगी
जानू ना ये भी क्या रो पड़ूँगी
पीर मेरी पीया जाने ना
पीर मेरी पीया जाने ना
तेरी बनु तुझे अपना बना लूँ
कदमों में तेरे खुद को बिछा दूँ
पीर मेरी पीया जाने ना
नैनो में जो सावन भर आया
पीर मेरा पीया बन आया
तेरी जागी मंगल जाओ री
नदी अम्बर सजाओ री
उतरेगी पी की सवारी
मेरी कोई काजल लाओ री
मोहे काला टिका लगाओ री
उनकी सबसे दिखूं मैं तो प्यारी
जोग पुराओ मंगल लाओ
आज मेरे पीया घर आवेंगे
आज मेरे पीया घर आवेंगे
मन की कहूं आज कुछ ना छुपाऊ
नैनो से बाँधु पीया
खोलों मैं खुद को यूँ तुझमें मिला दूँ
खुद को भुला दूँ पिया
पलकों में रख लूँ जियाँ में छुपा लूँ
आज पिया तो तोहे तुझसे चुरा लूँ
पीर मेरी पीया जाने ना
रूठा सावन लौट कर आया
आया मेरा पीया घर आया
मेरी कोई काजल लाओ री
मोहे काला टिका लगाओ री
उनकी सबसे दिखूं मैं तो प्यारी
तेरी जागी मंगल जाओ री (तेरी जागी मंगल जाओ री)
नदी अम्बर सजाओ री (नदी अम्बर सजाओ री)
उतरेगी पी की सवारी (उतरेगी पी की सवारी)