श्री रघुवीर भक्त हितकारी सुन लीजै प्रभु अरज हमारी
निशिदिन ध्यान धरै जो कोई ता सम भक्त और नहिं होई
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
ध्यान धरे शिवजी मन माहीं ब्रह्म इन्द्र पार नहिं पाहीं
जय जय जय रघुनाथ कृपाला सदा करो संतन प्रतिपाला
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
दूत तुम्हार वीर हनुमाना जासु प्रभाव तिहूं पुर जाना
तब भुज दण्ड प्रचण्ड कृपाला रावण मारि सुरन प्रतिपाला
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
तुम अनाथ के नाथ गुंसाई दीनन के हो सदा सहाई
ब्रह्मादिक तव पारन पावैं सदा ईश तुम्हरो यश गावैं
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
जय जय राम जय श्री राम सीता राम
चारिउ वेद भरत हैं साखी तुम भक्तन की लज्जा राखीं