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Ravindra Jain - Badey Garv Se Meghnad Ne Lakshman Par Bramhastra Chalaya Lyrics



Ravindra Jain - Badey Garv Se Meghnad Ne Lakshman Par Bramhastra Chalaya Lyrics
Official




बड़े गर्व से मेघनाद ने लक्ष्मण पर ब्रम्हास्त्र चलाया
अती विनम्र हो कर लक्ष्मण ने तब ब्रम्हाहस्त्र को शीश झुकाया
जा लक्ष्मण के निकट शस्त्र वह बिना प्रभाव कीये लौट आया
क्या रहस्य ये कैसी माया इंद्रजीत कुछ समझ न पाया
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बड़े गर्व से मेघनाद ने लक्ष्मण पर ब्रम्हास्त्र चलाया
अती विनम्र हो कर लक्ष्मण ने तब ब्रम्हाहस्त्र को शीश झुकाया
जा लक्ष्मण के निकट शस्त्र वह बिना प्रभाव कीये लौट आया
क्या रहस्य ये कैसी माया इंद्रजीत कुछ समझ न पाया
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Writer: K. J. Yesudas, Raveendran
Copyright: Lyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLC




Ravindra Jain - Badey Garv Se Meghnad Ne Lakshman Par Bramhastra Chalaya Video
(Show video at the top of the page)

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