माना हो तुम बेहद हँसी (हम्म हम्म)
ऐसे बुरे हम भी नहीं (हम्म हम्म)
माना हो तुम बेहद हँसी (हम्म हम्म)
ऐसे बुरे हम भी नहीं (हम्म हम्म)
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यूँ इक़रार से
माना हो तुम बेहद हँसी (हम्म हम्म)
ऐसे बुरे हम भी नहीं (हम्म हम्म)
खुलता नहीं कुछ दिलरूबा
तुम हम से खुश हो या हो खफा
तिरछी नजर तीखी अदा
लगते हो क्यों बेजार से
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यों इकरार से
माना हो तुम बेहद हँसी (हम्म हम्म)
ऐसे बुरे हम भी नहीं (हम्म हम्म)
तुम दो कदम दो साथ अगर
आसान हो जाए सफर
छोडो भी ये दुनिया का डर
तोड़ो ना दिल इनकार से
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यों इकरार से
माना हो तुम बेहद हँसी (हम्म हम्म)
ऐसे बुरे हम भी नहीं (हम्म हम्म)
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यों इकरार से