आक़्से खुश्बू हूँ बिखरने से ना रोके कोई
आक़्से खुश्बू हूँ बिखरने से ना रोके कोई
और बिखर जौन तो मुझ को ना समेटे कोई
आक़्से खुश्बू हूँ
काप उठती हूँ मैं ये सोच के तन्हाई मैं
काप उठती हूँ मैं ये सोच के तन्हाई मैं
मारे चेहरे पे तेरा नाम ना पढ़ ले कोई
मारे चेहरे पे तेरा नाम ना पढ़ ले कोई
और बिखर जौन तो मुझ को ना समेटे कोई
आक़्से खुश्बू हूँ
जिस तरह खवाब मेरे हो गये रेज़ा रेज़ा
जिस तरह खवाब मेरे हो गये रेज़ा रेज़ा
इस तरह से ना कभी टूट के बिखरे कोई
इस तरह से ना कभी टूट के बिखरे कोई
और बिखर जौन तो मुझ को ना समेटे कोई
आक़्से खुश्बू हूँ
अब तो इस राह से वो शाकस गुज़रता भी नही
अब तो इस राह से वो शाकस गुज़रता भी नही
अब किस उमीद पे दरवाज़े से झाँके कोई
अब किस उमीद पे दरवाज़े से झाँके कोई
और बिखर जौन तो मुझ को ना समेटे कोई
आक़्से खुश्बू हूँ