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Sahiljeet Singh - Kabhi Neem Neem [Recreated] Lyrics



Sahiljeet Singh - Kabhi Neem Neem [Recreated] Lyrics
Official




[ Featuring Raje Shwari ]

हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
मोरा पिया, मोरा पिया, मोरा पिया

नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया

हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्

शोंधा की ये लाली मुख चमकाये
सोंधी सोंधी ख़ुश्बू मन बहकाये
ज़ुल्फ़ों की रैना फिर क्यूँ ना छाये

हो चाँद सितारे, देखेंगे सारे
चाँद सितारे, देखेंगे सारे

लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया

ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
बोईरागी मन तेरा, है साहेब जी
मेरे सीने में क़ैद हैं अब जी
प्रीत के पन्नो पर है तेरे हर्फ़ ही

हो रुसवा हुई तो, दुनिया हँसी तो
रुसवा हुई तो, दुनिया हँसी तो
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
मोरा पिया, मोरा पिया, मोरा पिया

नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार

लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया

हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
[ Correct these Lyrics ]

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हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
मोरा पिया, मोरा पिया, मोरा पिया

नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया

हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्

शोंधा की ये लाली मुख चमकाये
सोंधी सोंधी ख़ुश्बू मन बहकाये
ज़ुल्फ़ों की रैना फिर क्यूँ ना छाये

हो चाँद सितारे, देखेंगे सारे
चाँद सितारे, देखेंगे सारे

लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया

ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
बोईरागी मन तेरा, है साहेब जी
मेरे सीने में क़ैद हैं अब जी
प्रीत के पन्नो पर है तेरे हर्फ़ ही

हो रुसवा हुई तो, दुनिया हँसी तो
रुसवा हुई तो, दुनिया हँसी तो
लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम, कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख्त सख्त
मोरा पिया, मोरा पिया, मोरा पिया

नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार

लज्जा से मरे रे ये जिया, पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया

हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम् हुमा हुमा हुम्
[ Correct these Lyrics ]
Writer: MEHBOOB, A R RAHMAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Sahiljeet Singh - Kabhi Neem Neem [Recreated] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Sahiljeet Singh
Featuring: Raje Shwari
Length: 4:03
Written by: MEHBOOB, A R RAHMAN

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