रु तू रु हू हू हेना हे हे हो हो हो
वादा रहा सनम होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
वादा रहा सनम होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
इन वादियों में यूं ही मिलते रहेंगे
दिल में वफ़ा के दिये जलते रहेंगे
ये माँगा है दुआओं में
कमी न हो वफ़ाओं में
रहे तेरी निगाहों में
देखो न इन फ़िज़ाओं में ओ साजना
वादा रहा सनम होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
कैसी उदासी तेरे चेहरे पे छाई
क्या बात है जो तेरी आँख भर आई
देखो तो क्या नज़ारे हैं
तुम्हारी तरह प्यारे हैं
हंसो न मेरे लिये तुम
सभी तो तुम्हारे हैं ओ जाने जां
वादा रहा सनम होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना