आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
यूँ रूह की उँगलियों से
खींची है तुने लकीरें
तस्वीर है रेत की वह
या ज़िन्दगी है मेरी रे
ज़ख्मो को तो तूने भरा है
तू मरहमों की तरह है
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
तेरे पहलु को छू के
मेहकी है ख़ुश्बू में
आ वो हवा आफ्रीन वो वो
दुनिया बदल जाये हाँ
तू जो मुझे मिल जाये हाँ
एक मरतबा आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन (?)
आफ्रीन ओ आफ्रीन (?)
आफ्रीन ओ आफ्रीन
(?)
या मरहबा रूप तेरा
दिल की मीटी तिश्नगी रे
सारे अंधरे फ़ना हो
ऐसी तेरी रौशनी रे
ज़ख्मो को तो तूने भरा है
तू मरहमों की तरह है
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन (आफ्रीन)
आफ्रीन ओ आफ्रीन
तेरे पहलु को छू के
मेहकी है ख़ुश्बू में
आ वो हवा आफ्रीन वो वो
दुनिया बदल जाये हाँ
तू जो मुझे मिल जाये हाँ
एक मरतबबा आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन
आफ्रीन ओ आफ्रीन