Back to Top

Dil Dhundta Hain Video (MV)




Performed By: Sanjeevani Bhelande
Length: 4:15
Written by: Gulzar, Madan Mohan




Sanjeevani Bhelande - Dil Dhundta Hain Lyrics
Official




दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
बैठे रहे तसव्वुर
जाना किये हुए
दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही

जाड़ों की नर्म धूप और
आँगन में लेट कर
जाड़ों की नर्म धूप और
आँगन में लेट कर
आँखों पे खींच कर तेरे
दामन के साये को
आँखों पे खींच कर तेरे
दामन के साये को
औंधे पड़े रहे कभी
करवट लिए हुए
दिल ढूंढता है
हो दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही

बर्फीली सर्दियों में
किसी भी पहाड़ पर
बर्फीली सर्दियों में
किसी भी पहाड़ पर
वाड़ी में गूंजती हुई
खामोशियाँ सुने
वाड़ी में गूंजती हुई
खामोशियाँ सुने
आँखों में भीगे भीगे से
लम्हे लिए हुए
दिल ढूंढता
हो दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
बैठे रहे तसव्वुर
जाना किये हुए
दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही

जाड़ों की नर्म धूप और
आँगन में लेट कर
जाड़ों की नर्म धूप और
आँगन में लेट कर
आँखों पे खींच कर तेरे
दामन के साये को
आँखों पे खींच कर तेरे
दामन के साये को
औंधे पड़े रहे कभी
करवट लिए हुए
दिल ढूंढता है
हो दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही

बर्फीली सर्दियों में
किसी भी पहाड़ पर
बर्फीली सर्दियों में
किसी भी पहाड़ पर
वाड़ी में गूंजती हुई
खामोशियाँ सुने
वाड़ी में गूंजती हुई
खामोशियाँ सुने
आँखों में भीगे भीगे से
लम्हे लिए हुए
दिल ढूंढता
हो दिल ढूंढता है फिर वही
फुर्सत के रात दिन
दिल ढूंढता है फिर वही
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Gulzar, Madan Mohan
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet