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Satyam Jain - Main To Ek Khwab Hoon Lyrics



Satyam Jain - Main To Ek Khwab Hoon Lyrics
Official




मैं तो एक ख्वाब हूँ
इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ
इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
प्यार हो जाए तो
फिर प्यार का इजहार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

ये हवाएं कभी चुपचाप चली जायेंगी
लौट के फिर कभी गुलशन में नहीं आयेंगी
अपने हाथों में हवाओं को गरिफ्तार न कर
अपने हाथों में हवाओं को गरिफ्तार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

तेरे दिल में है मोहब्बत के भड़कते शोले
अपने सीने में छुपा ले ये धड़कते शोले
इस तरह प्यार को रुसवा सर-ए-बाज़ार न कर
इस तरह प्यार को रुसवा सर-ए-बाज़ार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

शाख से टूट के गूंचे भी कहीं खिलते हैं
रात और दिन भी ज़माने में कहीं मिलते हैं
भूल जा, जाने दे, तकदीर से, तकरार न कर
भूल जा, जाने दे, तकदीर से, तकरार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ
[ Correct these Lyrics ]

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मैं तो एक ख्वाब हूँ
इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ
इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
प्यार हो जाए तो
फिर प्यार का इजहार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

ये हवाएं कभी चुपचाप चली जायेंगी
लौट के फिर कभी गुलशन में नहीं आयेंगी
अपने हाथों में हवाओं को गरिफ्तार न कर
अपने हाथों में हवाओं को गरिफ्तार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

तेरे दिल में है मोहब्बत के भड़कते शोले
अपने सीने में छुपा ले ये धड़कते शोले
इस तरह प्यार को रुसवा सर-ए-बाज़ार न कर
इस तरह प्यार को रुसवा सर-ए-बाज़ार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ

शाख से टूट के गूंचे भी कहीं खिलते हैं
रात और दिन भी ज़माने में कहीं मिलते हैं
भूल जा, जाने दे, तकदीर से, तकरार न कर
भूल जा, जाने दे, तकदीर से, तकरार न कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ इस ख्वाब से तू प्यार ना कर
मैं तो एक ख्वाब हूँ
[ Correct these Lyrics ]
Writer: ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH, QAMAR JALALABADI
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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