वे एम्बे ओ वेनाब्दे वेयो वेयो
वे एम्बे ओ वेनाब्दे वेयो वेयो
धड़कता भी है, तड़पता भी है
ये दिल क्यों अचानक बहकता भी है
महकता भी है, चहकता भी है
ये दिल क्या वफ़ा को समझता भी है
क्यों मिलती है नज़र (हे हे)
क्यों होता है असर (हे हे)
क्यों होती है सहर
ना तुम जानो ना हम
ना तुम जानो ना हम
क्यों चलती है पवन (हे हे)
क्यों झूमे है गगन (हे हे)
क्यों मचलता है मन
ना तुम जानो ना हम
ना तुम जानो ना हम
वे एम्बे ओ वेनाब्दे वेयो वेयो
वे एम्बे ओ वेनाब्दे वेयो वेयो