एक नये रंग मे ढल गयी हर खुशी
एक नये रंग मे ढल गयी हर खुशी
खुश्बुओ से मेरी भर गयी ज़िंदगी
हाले दिल तुमसे मैं कहना चाहू सभी
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
यू ना थी मैं हसी
आईना कह रहा
जैसे झरना कोई रूप ये बह रहा
मनचली हो गयी मुझको छू के पवन
सोचकर मैं तुझे हू गयी मगन
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
हर घड़ी हर पहर
जगमगा ने लगा
ख्वाब का जश्न अब दिल मनाने लगा
धड़कनो को मिली फूल सी ताज़गी
प्यार तो प्यार हैं
और कुछ भी नही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही
तुम मिलो तो सही