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Aazmale Aazmale Video (MV)




Performed By: Shekhar Ravjiani
Length: 4:55
Written by: DEV KOHLI, VISHAL DADLANI




Shekhar Ravjiani - Aazmale Aazmale Lyrics
Official




आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
क्या करुँ क्या सोचता है
चैन दिल का ढूँढता है
अपनी किस्मत को जगा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
हो बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले

आ आ आ
अपने गम से खेलता है
दर्द कितने झेलता है
सोचता तू और कुछ है
और कुछ तू बोलता है बोलता है
अपने गम से खेलता है
दर्द कितने झेलता है
सोचता तू और कुछ है
और कुछ तू बोलता है
अपने दिल को तू मना ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले

कश्मकश को छोड़ दे तू
रुख हवा का मोड़ दे तू
खाली पैमाना है तेरा
हो सके तो तोड़ दे तू तोड़ दे तू तू
कश्मकश को छोड़ दे तू
रुख हवा का मोड़ दे तू
खाली पैमाना है तेरा
हो सके तो तोड़ दे तू
इक नई महफिल सजा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
हो बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
क्या करुँ क्या सोचता है
चैन दिल का ढूँढता है
अपनी किस्मत को जगा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
कितने उजाले कितने उजाले कितने उजाले कितने उजाले (हो हो)
आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले
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आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
क्या करुँ क्या सोचता है
चैन दिल का ढूँढता है
अपनी किस्मत को जगा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
हो बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले

आ आ आ
अपने गम से खेलता है
दर्द कितने झेलता है
सोचता तू और कुछ है
और कुछ तू बोलता है बोलता है
अपने गम से खेलता है
दर्द कितने झेलता है
सोचता तू और कुछ है
और कुछ तू बोलता है
अपने दिल को तू मना ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले

कश्मकश को छोड़ दे तू
रुख हवा का मोड़ दे तू
खाली पैमाना है तेरा
हो सके तो तोड़ दे तू तोड़ दे तू तू
कश्मकश को छोड़ दे तू
रुख हवा का मोड़ दे तू
खाली पैमाना है तेरा
हो सके तो तोड़ दे तू
इक नई महफिल सजा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
हो बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
क्या करुँ क्या सोचता है
चैन दिल का ढूँढता है
अपनी किस्मत को जगा ले
बीच का परदा उठा ले
आज़माले
आज़मा ले आज़मा ले
आज ख़ुद को आज़मा ले
फिरता है कब से ये दिल संभाले
बोलिए लब पे रुके हैं
तेरे सजदे में झुके हैं
पल पल बिखरे हैं कितने उजाले
कितने उजाले कितने उजाले कितने उजाले कितने उजाले (हो हो)
आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले आज़मा ले
[ Correct these Lyrics ]
Writer: DEV KOHLI, VISHAL DADLANI
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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