मुझे छोड़ के क्यू गये
दिल तोड़ के क्यूँ चले
तू है कहा अभी, तू है कहा
रहेगा मगर तू जहा
रहेगा वहा दिल मेरा
और इक बार मिलेंगे क्या हम
बिछड़ा प्यार लौटेगा क्या
मुझे छोड़ के क्यू गये
दिल तोड़ के क्यूँ चले
ह्म ह्म ह्म
एक ही तोहफा तूने दिया
वो बस वो बस तेरी याद है
एक ही याद तूने दिया
वो सिर्फ़ तेरा प्यार है
मेरे दिल के काव्यो मे
वो ही प्यार निशानी है
बादलो से जो कहा
वो हवा ने भी सुना
क्या उसे मेरे दिल की धड़कन
तूने कभी जाना नही
मुझे छोड़ के क्यू गये
दिल तोड़ के क्यू चले
आ आ आ आ
हर रात के सपनो मे
सिर्फ़ एक के साथ थी
कल रात भी सपने मे
उसी के साथ थी
वो रूप तेरे जैसा था
वो तेरी आवाज़ थी
वो खुश्बू मे अनुभूति मे
साँस में श्रंगार मे
तू ही तो मेरी
संध्या में दीपो मे भी
रोशनी हो गयी
मुझे छोड़ के क्यू गये
दिल तोड़ के क्यू चले
तू है कहा अभी, तू है कहा
रहेगा मगर तू जहा
रहेगा वाहा दिल मेरा
और इक बार मिलेंगे क्या हम
बिछड़ा प्यार लौटेगा क्या
मुझे छोड़ के क्यू गया
दिल तोड़ के क्यू चले