बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
तौबा कर के तोड़ डाली जाएगी
बात साक़ी की
आते-आते आएगा उनका ख़याल
आते-आते आएगा उनका ख़याल
जाते-जाते बेख़याली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की
ऐ तमन्ना तुझ को रो लूँ शाम-ए-वस्ल
ऐ तमन्ना तुझ को रो लूँ शाम-ए-वस्ल
आज तू दिल से निकाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की
फ़स्ल-ए-गुल आई जुनूँ उछला जलील
फ़स्ल-ए-गुल आई जुनूँ उछला जलील
अब तबियत क्या सँभाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
तौबा कर के तोड़ डाली जाएगी
बात साक़ी की न टाली जाएगी
बात साक़ी की