हसरत भरी नज़र से, वो देखता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से, वो देखता हैं मुझको
कुछ बोलता नहीं हैं, बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से, वो देखता हैं मुझको
मेरी ख़बर से मुझको, रखता हैं बाखबर वो
मेरी खबर से मुझको, रखता हैं बाखबर वो
मेरी ख़बर से मुझको, रखता हैं बाखबर वो
मुझसे ज़ियादा शायद, वो जानता हैं मुझको
मुझसे ज़ियादा शायद, वो जानता हैं मुझको
कुछ बोलता नहीं हैं, बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से, वो वेखता हैं मुझको
उसको मैं मांगता हूँ सजदे में सर झुका के
उसको मैं मांगता हूं सजदे में सर झुका के
उसको मैं मांगता हैं सजदे में सर झुका के
दस्ते दुआ उठा के वो मांगता हैं मुझको
दस्ते दुआ उठा के वो मांगता हैं मुझको
कुछ बोलता नहीं हैं, बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से, वो वेखता हैं मुझको
अब मेरे वास्ते वो इक आइना हैं जैसे
अब मेरे वास्ते वो इक आइना हैं जैसे
अब मेरे वास्ते वो इक आइना हैं जैसे
वो इस कदर सरापा पहचानता हैं मुझको
वो इस कदर सरापा पहचानता हैं मुझको
कुछ बोलता नहीं हैं, बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से, वो देखता हैं मुझको