[ Featuring Suresh Wadkar, Rekha Bhardwaj ]
दिल मियाँ मिट्ठू थे
मर्ज़ी के पिट्ठू थे
हो दिल मियाँ मिट्ठू थे
अरे मर्ज़ी के पिट्ठू थे
वह मेरी कहाँ सुनते थे
अरे अपनी ही धुन पे थे
ओ दिल मियाँ मिट्ठू थे
मियाँ जी बच बच के चलना
दुनिया है हरजाई
हरी हरी जो लागे
घास नही है काई
अरे काई पे फ़िसले जो सुरर्र करके
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए
इश्क में यूँ फ़िसले मियाँ
हाथों के तोते उड़ गए
तोते उड़ गए
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोतेउड़ गए
दिल मियाँ मिट्ठू थे
मर्ज़ी के पिट्ठू थे
अकडे तो ककड़ी से
और पकडे तो मकड़े से
दिल मियाँ मिट्ठू थे मिट्ठू मियाँ
मियाँ जी मुड़ मुड़ के न देखो
न देखो मुड़ मुड़ के मुड़ मुड़ के
मुड मुड़ ना देखो मियाँ जी
अजी नज़रों में कोई नहीं है
नज़र लगाईं थी अँखियाँ हाँ
सालों से सोई नहीं हैं
सपने से धँसने पे सुरर्र करके
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए
हा पतली गली में फिसले मियाँ
हाथों के तोते उड़ गए
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए
तोते उड़ गए तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र फुर्र फुर्र फुर्र फुर्र फुर्र
फुर्र करके तोते उड़ गए
हाय मेरे नग मुंदरी विच पा दे
ते पावे मेरी जिंद कड लै
के पावे मेरी जिंद कड लै
अक्खि रात मैं गई तबेले
माझी मिल जावे
मुख जान चमेले
माझी मिल जावे
मुख जान चमेले
मेरी सेज तो अंबर बिछा दे
ते पावे मेरी जिंद कड लै
के पावे मेरी जिंद कड लै
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र करके तोते उड़ गए
फुर्र फुर्र करके तोते उड़ गए