Back to Top

Parbaton Ke Pedon Par Sham Ka Basera Video (MV)






Suman Kalyanpur - Parbaton Ke Pedon Par Sham Ka Basera Lyrics
Official




[ Featuring Mohammed Rafi ]

हो हो हो हो हो (आ आ आ आ)

पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है
सुरमई उजाला है चम्पई अँधेरा है
सुरमई उजाला है चम्पई अँधेरा है

दोनों वक़्त मिलते है दो दिलो की सूरत से
दोनों वक़्त मिलते है दो दिलो की सूरत से
आसमा ने खुश होकर रंग सा बिखेरा है
आसमा ने खुश होकर

ठहरे ठहरे पानी में गीत सर सराते है
ठहरे ठहरे पानी में गीत सर सराते है
भीगे भीगे झोको में ख़ुश्बुओ का डेरा है
भीगे भीगे झोको में ख़ुश्बुओ का डेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर

क्यों न जज़्ब हो जाए इस हसीं नज़ारे में
क्यों न जज़्ब हो जाए इस हसीं नज़ारे में
रोशनी का झुरमट है मस्तियो का घेरा है
रोशनी का झुरमट है मस्तियो का घेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर

अब किसी नज़ारे की
दिल को आरज़ू क्यों हो
अब किसी नज़ारे की
दिल को आरज़ू क्यों हो
जब से पा लिया तुम को
सब जहां मेरा है

जब से पा लिया तुम को (जब से पा लिया तुम को)
सब जहां मेरा है (सब जहां मेरा है)
पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है (पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है)
पर्बतों के पेड़ों पर (पर्बतों के पेड़ों पर)
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




हो हो हो हो हो (आ आ आ आ)

पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है
सुरमई उजाला है चम्पई अँधेरा है
सुरमई उजाला है चम्पई अँधेरा है

दोनों वक़्त मिलते है दो दिलो की सूरत से
दोनों वक़्त मिलते है दो दिलो की सूरत से
आसमा ने खुश होकर रंग सा बिखेरा है
आसमा ने खुश होकर

ठहरे ठहरे पानी में गीत सर सराते है
ठहरे ठहरे पानी में गीत सर सराते है
भीगे भीगे झोको में ख़ुश्बुओ का डेरा है
भीगे भीगे झोको में ख़ुश्बुओ का डेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर

क्यों न जज़्ब हो जाए इस हसीं नज़ारे में
क्यों न जज़्ब हो जाए इस हसीं नज़ारे में
रोशनी का झुरमट है मस्तियो का घेरा है
रोशनी का झुरमट है मस्तियो का घेरा है
पर्बतों के पेड़ों पर

अब किसी नज़ारे की
दिल को आरज़ू क्यों हो
अब किसी नज़ारे की
दिल को आरज़ू क्यों हो
जब से पा लिया तुम को
सब जहां मेरा है

जब से पा लिया तुम को (जब से पा लिया तुम को)
सब जहां मेरा है (सब जहां मेरा है)
पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है (पर्बतों के पेड़ों पर शाम का बसेरा है)
पर्बतों के पेड़ों पर (पर्बतों के पेड़ों पर)
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Khaiyyaam, Sahir Ludhianvi
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet