Back to Top

Suman Kalyanpur - Zahr Ugalta Zahreela Insaan Yahan Lyrics



Suman Kalyanpur - Zahr Ugalta Zahreela Insaan Yahan Lyrics
Official




आज मेरी है परीक्षा लाज रख भगवान
टूटने पाए ना नारी जाती का अभिमान
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

बीच भवर मे डूब रही हू मै ऐसे
बीच भवर मे डूब रही हू मै ऐसे
तिनका टिक पाए ना आँधियो मे जैसे
मेरे लिए अब मेरे लिए है प्रलय का हर समान यहाँ
सोए हो भगवान कहा तुम सोए हो भगवान कहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

जीवन मे तूफान ये कैसा है आया
जीवन मे तूफान ये कैसा है आया
प्राण उड़ गये हाए प्राण उड़ गये हाए
रह गयी है माया माँगे चीता
अब माँगे चीता मुझसे सुहाग का वरदान यहाँ
सोए हो भगवान कहा तुम सोए हो भगवान कहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

माँग का ये सिंदूर हाथ की चूड़ी तुम्हे पुकारे
पति बिन अगन लगाते तन को ये आभूषण सारे
ब्रह्मा विष्णु महेश आज क्यू बैठे मुझे बिसारे
कौन सुहाग बचाए मेरा भगवन सिवा तुम्हारे
आओ ब्रह्मा
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




आज मेरी है परीक्षा लाज रख भगवान
टूटने पाए ना नारी जाती का अभिमान
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

बीच भवर मे डूब रही हू मै ऐसे
बीच भवर मे डूब रही हू मै ऐसे
तिनका टिक पाए ना आँधियो मे जैसे
मेरे लिए अब मेरे लिए है प्रलय का हर समान यहाँ
सोए हो भगवान कहा तुम सोए हो भगवान कहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

जीवन मे तूफान ये कैसा है आया
जीवन मे तूफान ये कैसा है आया
प्राण उड़ गये हाए प्राण उड़ गये हाए
रह गयी है माया माँगे चीता
अब माँगे चीता मुझसे सुहाग का वरदान यहाँ
सोए हो भगवान कहा तुम सोए हो भगवान कहाँ
ज़हर उगलता ज़हरीला इंसान यहाँ
सोए हो भगवान कहाँ तुम सोए हो भगवान कहाँ

माँग का ये सिंदूर हाथ की चूड़ी तुम्हे पुकारे
पति बिन अगन लगाते तन को ये आभूषण सारे
ब्रह्मा विष्णु महेश आज क्यू बैठे मुझे बिसारे
कौन सुहाग बचाए मेरा भगवन सिवा तुम्हारे
आओ ब्रह्मा
[ Correct these Lyrics ]
Writer: B D Misra, S N tripathi
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Suman Kalyanpur - Zahr Ugalta Zahreela Insaan Yahan Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet