धत तै ताहा धित तै ता
धत तै ताहा धित तै ता
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
ओ मन बसिया रे रसिया रे जी ना जलाइयो रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
तेरे ख़यालो के परो पर चिठियाँ रखी और उड़ाई
कोरे लिफाफे लिख लिख के होठों से मोहरे लगाई
बैठे बैठे करखे पर शामे काटी रातो मे
ओ मन बसिया रे रसिया रे
रसिया रे
आ जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
रसिया रे अंखिया भर भर आए
रसिया रे अंखिया भर भर आए
हम्म हम्म
आसू जो गिरे तो गजर बजता है
अँखियो मे खारा नमक लगता है
हा पलक पलक पल गिरते है
पैरो के तले समय चलता है
तन का धुवा तन मे रहे
जान ना जाए वो कही जिया मे जान बसी है रे
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
ओ मन बसिया रे रसिया रे जी ना जलायो रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
धत तै ताहा धित तै ता
धत तै ताहा धित तै ता