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Aarti Keeje Shree Raghuvarji Ki Video (MV)






Suresh Wadkar - Aarti Keeje Shree Raghuvarji Ki Lyrics
Official




आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की

कौशल्या सूत दशरथ नंदन, सुर, मुनि,रक्षक, दैत्य निकंदन

कौशल्या सूत दशरथ नंदन, सुर, मुनि,रक्षक, दैत्य निकंदन

अनुगत भक्त-भक्त उर चंदन, मर्यादा पुरुषोत्तम वर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

निर्गुण,सगुण, अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि

निर्गुण,सगुण, अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि

हरण शोक भयदायक सब सिधी, माया रहित दिव्य नर वर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

जानकी पति सुर आधिपति जगपति, अखिल लोक पालक त्रिलोक गति

जानकी पति सुर आधिपति जगपति, अखिल लोक पालक त्रिलोक गति

विश्व वज्ञ अनवज्ञ अमित मति, एक मात्र गति सचराचर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

शरणागति वत्सल व्रतधारी, भक्त कल्प तरुवर असुरारी

शरणागति वत्सल व्रतधारी, भक्त कल्प तरुवर असुरारी

नाम लेत जग पावन कारी, वानर सखा दीन दुःख हर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की
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आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की

कौशल्या सूत दशरथ नंदन, सुर, मुनि,रक्षक, दैत्य निकंदन

कौशल्या सूत दशरथ नंदन, सुर, मुनि,रक्षक, दैत्य निकंदन

अनुगत भक्त-भक्त उर चंदन, मर्यादा पुरुषोत्तम वर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

निर्गुण,सगुण, अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि

निर्गुण,सगुण, अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि

हरण शोक भयदायक सब सिधी, माया रहित दिव्य नर वर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

जानकी पति सुर आधिपति जगपति, अखिल लोक पालक त्रिलोक गति

जानकी पति सुर आधिपति जगपति, अखिल लोक पालक त्रिलोक गति

विश्व वज्ञ अनवज्ञ अमित मति, एक मात्र गति सचराचर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की
आरती कीजै श्री रघुवर जी की

शरणागति वत्सल व्रतधारी, भक्त कल्प तरुवर असुरारी

शरणागति वत्सल व्रतधारी, भक्त कल्प तरुवर असुरारी

नाम लेत जग पावन कारी, वानर सखा दीन दुःख हर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की सतचित आनंद शिव सुंदर की

आरती कीजै श्री रघुवर जी की
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Writer: Sanjayray Gaurinandan
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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