हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
हर कदम ज़िन्दगी पुकारती मुझसे
अब तन्हा तेरे बिना रहा जाए ना
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
मैं नदी हूँ प्यास की
अब्र तू है प्यार का
मैं नदी हूँ प्यास की
अब्र तू है प्यार का
बन के तू सैलाब आ
इश्क़ के ख़ुमार का
यहाँ वहाँ ढूँढू तेरे निशाँ
तू है जहाँ मुझको भी ले जा वहाँ
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
आ जरा बदन तेरा
ओढ़ लूँ बदन पे मैं
आ जरा बदन तेरा
ओढ़ लूँ बदन पे मैं
फिर कभी जलूं नहीं
हिज़्र की अगन में मैं
रोती रही रुकता है अब ये जिया
बाहों में मुझको तू भर ले पिया
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
हर कदम ज़िन्दगी पुकारती मुझसे
अब तन्हा तेरे बिना रहा जाए ना
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की