कौन कहता है तुझे मैं ने भुला रखा है
कौन कहता है तुझे मैं ने भुला रखा है
तेरी यादों को कलेजे से लगा रखा है
तेरी यादों को कलेजे से लगा रखा है
लब पे आहें भी नहीं आँख में आँसू भी नहीं
लब पे आहें भी नहीं आँख में आँसू भी नहीं
दिल ने हर राज़ मुहब्बत का छुपा रखा है
दिल ने हर राज़ मुहब्बत का छुपा रखा है
तूने जो दिल के अँधेरे में जलाया था कभी
तूने जो दिल के अँधेरे में जलाया था कभी
वो दिया आज भी सीने में जला रखा है
वो दिया आज भी सीने में जला रखा है
देख जा आ के महकते हुए ज़ख़्मों की बहार
मैंने अब तक तेरे गुलशन को सजा रखा है
कौन कहता है तुझे मैं ने भुला रखा है