आ आ आ आ आ आ
रंग लाए गम ए दौरा तो मज़ा आ जाए
रंग लाए गम ए दौरा तो मज़ा आ जाए
वो भी हो जाए परेशान तो मज़ा आ जाए
वो भी हो जाए
ज़िक्र करते हैं बहारो का बहुत अलिखरद
ज़िक्र करते हैं बहारो का बहुत अलिखरद
थाम ले कोई गरेवा तो मज़ा आ जाए थाम ले कोई गरेवा
तू समझता है जिसे वाब ओ नशे मन मे दोष
तू समझता है जिसे वाब ओ नशे मन मे दोष
वो ही निकले डरे ज़िंदा तो मज़ा आ जाए
रंग लाए गम ए दौरा
है बहुत नाज़ तुम्हे है बहुत नाज़ तुम्हे
अपनी निगाहो पे साकी
है बहुत नाज़ तुम्हे अपनी निगाहो पे साकी
देख लो जलवे जाना तो मज़ा आ जाए
देख लो जलवे जाना तो मज़ा आ जाए
रंग लाए गम ए दौरा