हमें जो तुम्हारा सहारा ना मिलता
भंवर में ही रहते किनारा ना मिलता
हमें जो तुम्हारा सहारा ना मिलता
भंवर में ही रहते किनारा ना मिलता
किनारे पे भी तो लहर आ डुबोती
अगर तुम ना होते अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते अगर तुम ना होते
हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से
करेंगे ना शिकवा कभी भी किसी से
हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से
करेंगे ना शिकवा कभी भी किसी से
जहाँ मुझ पे हंसता, खुशी मुझपे रोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते