[ Featuring Kavita Krishnamurthy ]
हो आई है बाहर खिले सपने हज़ार मेरा प्यार जवा हो गया
आखे ना मिलाऊ तुझे पास भी बुलाऊ अरे ये मुझे क्या हो गया
आ मेरी ज़ुल्फो के साए मे हीरेया सोनेया
हो जब से मिली मेरी तुमसे नज़र मेरा चैन कहा खो गया
दिल को लुटाए मुझे होश गवाए जमाना हो गया
आ मेरी बहो मे आ हीरिए सोनिये
आजा आजा आजा आजा
आजा आजा आजा आजा
आ भी जा
बहकी तेरी चल ज़रा दिल को संभाल
तेरे नैन कटार दिल के पार हो गये
पड़ी ऐसी फुहार मेरी जानबहार
तेरे गालो के गुलाब गुलनार हो गये
छाई ऐसी घटा घनघोर के जिया मेरे बस मे नही ओ
छाई ऐसी घटा घनघोर के जिया मेरे बस मे नही
हो जब से मिली मेरी तुमसे नज़र मेरा चैन कहा खो गया
दिल को लुटाए मुझे होश गवाए जमाना हो गया
आ मेरी बहो मे आ हीरिए सोनिये
ज़रा देख दिलदार मेरे रूप की बाहर
सोलह सत्रा बरस की उमर हो गई
जागे सौ अरमान उठा दिल मे तूफान
मेरी कोरी चुनरिया तर हो गई
है किसका जवानी पे ज़ोर घटा मेरे बस मे नही है
है किसका जवानी पे ज़ोर घटा मेरे बस मे नही
हो आई है बाहर खिले सपने हज़ार मेरा प्यार जवा हो गया
आखे ना मिलाऊ तुझे पास भी बुलाऊ अरे ये मुझे क्या हो गया
आ मेरी ज़ुल्फो के साए मे हीरेया सोनेया
तेरे मेरे दिन रात गुज़रे एक साथ
तूने सारा संसार कुर्बान कर दिया
मेरा दिल तेरे नाम मेरी जान तेरे नाम
कई जन्मों का प्यार तेरे नाम कर दिया
बँधी हमने मिलन की डोर (बँधी हमने मिलन की डोर)
कभी ना टूटे प्रीत की डोर (कभी ना टूटे प्रीत की डोर)
ओ बँधी हमने मिलन की डोर (बँधी हमने मिलन की डोर)
कभी ना टूटे प्रीत की डोर (कभी ना टूटे प्रीत की डोर)
हो आई है बाहर खिले सपने हज़ार मेरा प्यार जवा हो गया
दिल को लुटाए मुझे होश गवाए जमाना हो गया
आ मेरी ज़ुल्फो के साए मे हीरेया सोनेया
आ मेरी बहो मे आ हीरिए सोनिये