आज पलक झपकी
तो खैर नही सबकी
होशियार रेहना खबरदार रहना
आज पलक झपकी तो खैर नही सबकी
होशियार रेहना खबरदार रहना
हे आज पालक झपकी तो खैर नही सबकी
होशियार रहना खबरदार रहना
ज़ुल्फ़ों का जाल फैला हुआ है दूर दूर तक
नज़रों के तीर पहुँचेंगे पल मे हुजूर तक
हे ज़ुल्फ़ों का जाल फैला हुआ है दूर दूर तक
नज़रों के तीर पहुँचेंगे पल मे हुजूर तक
ये रात हे गजब की, गजब की
आज पलक झपकी तो खैर नही सबकी
होशियार रहना खबरदार रहना
चेहरों के साथ बदले हुए है लोग नाम तक
फिर भी ये खेल आ ही गया हे अंजाम तक
हे चेहरों के साथ बदले हुए हे लोग नाम तक
फिर भी ये खेल आ ही गया हे अंजाम तक
ये रात हे गजब की, गजब की
आज पालक झपकी तो खैर नही सबकी
होशियार रहना खबरदार रहना