[ Featuring Bhargavi Pillai ]
कर मेहरबानी आए मेहरबान
रख दे खुद को मेरे दरमियाँ
छोड़ दे तू मेरे जिस्म पर
अपनी चाहतों के कुछ निशान
एक सिवा तेरे मैं क्या सोचूँ
अब सिवा तेरे मैं क्या देखूं
तू मुझमे इतनी बिखरा है
रूह तक तू मेरे उतरा है
मेरी चाहत का ये वादा है
तू मुझमे मुझसे ज़्यादा है
कर मेहरबानी आए मेहरबान
रख दे खुद को मेरे दरमियाँ (दरमियाँ)
छोड़ दे तू मेरे जिस्म पर
अपनी चाहतों के कुछ निशान
मेरी हर एक साँस तेरी साँस से अब जड गयी
बहते बहते मेरी धड़कन तेरी तरफ़ा मूड गयी
मैं तेरा साया सदा पाऊं
खुद में कुछ हरपाल नया पाऊं
दिल फिदा तुझपर हमारा है
तेरे खातिर सब गंवारा है
मेरी चाहत का ये वादा है
तू मुझमे मुझसे ज़्यादा है
तू मुझमे मुझसे ज़्यादा है
कर मेहरबानी आए मेहरबान
रख दे खुद को मेरे दरमियाँ
छोड़ दे तू मेरे जिस्म पर
अपनी चाहतों के कुछ निशान