तन्हा था मैं सनम
इस भरे जहाँ में
हुई मेरी ज़िंदगी में
तेरे दम से रौशनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी (हे)
तन्हा था मैं सनम
इस भरे जहाँ में
तुम जो मिले तो मुझको ऐसा लगा है
जैसे मेरे जीवन का हरपल खिला है
तेरे बिना पल मेरा गुज़रता नही है
तू जो नही तो मेरा कुछ भी नही है
नाम जो भी होगा, अंजाम जो भी होगा
मैं प्यार से कहूँगा चाँदनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी (हे)
तन्हा था मैं सनम
इस भरे जहाँ में
अंधेरा था इस जीवन में
उजाला हुआ है
बुझते हुए दीपक को
जीवन मिला है
एक दिया हूँ मैं और
तू है बाती
जन्मो का है ये बंधन
तू है साथी
साथ ये ना छूटे
ये दिल कभी ना टूटे
तेरी आरज़ू दिल में है बसी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी (हे)
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी (हे)
तन्हा था मैं सनम
इस भरे जहाँ में
हुई मेरी ज़िंदगी में
तेरे दम से रौशनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी
चाँदनी ओ मेरी चाँदनी (हे)