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Vinod Rathod - Gham Ko Dil Se Lyrics

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Vinod Rathod - Gham Ko Dil Se Lyrics
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हा ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो
सब हसाए मिलके तुमको
अब तो हास दो हास दो अब तो
किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा
झूमे रख दो रख दो अब तो
ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो
हो हो हो हो हो हो हो

चुप होठों पे आँखे भीगी ये तो कोई बात नहीं
हसने और हँसाने से बड़के कोई सौगात नहीं
अरे चुप होठों पे आँखे भीगी ये तो कोई बात नहीं
हसने और हँसाने से बड़के कोई सौगात नहीं
जरा बताओ हमको कब चेहरे से उदासी जाएगी
कौन सफल होगा होठों पे हँसी नज़र जब आएगी
हा किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो

गिरके उतना उठके चलना जीवन का दस्तूर है
चेहरे पे उदासी रखना कब किसको मंजूर है
गिरके उतना उठके चलना जीवन का दस्तूर है
चेहरे पे उदासी रखना कब किसको मंजूर है
कभी कभी लेकिन जब कोई बात पुराणी याद आये
आंसू बनके मोती खुद ही पलकों पे आ जाये

किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना (ग़म को दिल से क्या लगाना)
कुछ तो समझो समझो कुछ तो (कुछ तो समझो समझो कुछ तो)
किस्मत के फैसले पे (किस्मत के फैसले पे)
कब किसका जोर है (कब किसका जोर है)
उलझे तो सुलझे भी ये (उलझे तो सुलझे भी ये)
जीवन की डोर है (जीवन की डोर है)
खुशियों से खेलोखुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना (ग़म को दिल से क्या लगाना)
कुछ तो समझो समझो कुछ तो (कुछ तो समझो समझो कुछ तो)

ओ ओहो ओहो ओहो ओहो
ओहो ओहो ओहो ओहो
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हा ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो
सब हसाए मिलके तुमको
अब तो हास दो हास दो अब तो
किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा
झूमे रख दो रख दो अब तो
ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो
हो हो हो हो हो हो हो

चुप होठों पे आँखे भीगी ये तो कोई बात नहीं
हसने और हँसाने से बड़के कोई सौगात नहीं
अरे चुप होठों पे आँखे भीगी ये तो कोई बात नहीं
हसने और हँसाने से बड़के कोई सौगात नहीं
जरा बताओ हमको कब चेहरे से उदासी जाएगी
कौन सफल होगा होठों पे हँसी नज़र जब आएगी
हा किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना
कुछ तो समझो समझो कुछ तो

गिरके उतना उठके चलना जीवन का दस्तूर है
चेहरे पे उदासी रखना कब किसको मंजूर है
गिरके उतना उठके चलना जीवन का दस्तूर है
चेहरे पे उदासी रखना कब किसको मंजूर है
कभी कभी लेकिन जब कोई बात पुराणी याद आये
आंसू बनके मोती खुद ही पलकों पे आ जाये

किस्मत के फैसले पे कब किसका जोर है
उलझे तो सुलझे भी ये जीवन की डोर है
खुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना (ग़म को दिल से क्या लगाना)
कुछ तो समझो समझो कुछ तो (कुछ तो समझो समझो कुछ तो)
किस्मत के फैसले पे (किस्मत के फैसले पे)
कब किसका जोर है (कब किसका जोर है)
उलझे तो सुलझे भी ये (उलझे तो सुलझे भी ये)
जीवन की डोर है (जीवन की डोर है)
खुशियों से खेलोखुशियों से खेलो घम्बा (खुशियों से खेलो घम्बा)
झूमे रख दो रख दो अब तो (झूमे रख दो रख दो अब तो)
ग़म को दिल से क्या लगाना (ग़म को दिल से क्या लगाना)
कुछ तो समझो समझो कुछ तो (कुछ तो समझो समझो कुछ तो)

ओ ओहो ओहो ओहो ओहो
ओहो ओहो ओहो ओहो
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Anand Raj
Copyright: Lyrics © Royalty Network
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