[ Featuring Ali Hamza ]
हम दीखेंगे, हम देखेंगे
लाजिम है के हम भीखेंगे
हम दीखेंगे, हम देखेंगे
वो दीन के जस का वडा है
जो लुह-ए-अजल मुझसे लिहा है
हम दीखेंगे ओ ओ
हम भी देखेंगे, हम भी देखेंगे
जब ज़ुल्म-ओ-सितम के को-ए-गरान
रुई की तरहा उड़ जाँगे, हम देखेंगे
हम महकूमों के पांव तले
ये धरती धड़ धड़ धड़केगी
और अहले हकम के सर ओ पर
जब बिजली कड कड कडकेगी
हम दीखेंगे, हम देखेंगे (हम दीखेंगे, हम देखेंगे)
हम देखेंगे (हम देखेंगे)
बस नाम रहगा अल्लाह का
जो ग़ायब भी है हाज़र भी
जो मंजर भी है नाजीर भी
उठेगा अल-हक का नारा
आ आ
उठेगा अल-हक का नारा
जो मैं भी हूं, और तुम भी हो (जो मैं भी हूं, और तुम भी हो)
और राज करगी खालिक-ए-खुदा (और राज करगी खालिक-ए-खुदा)
जो मे भी हूं और तू भी हो
हम दीखेंगे, हम देखेंगे
हम देखेंगे, हम देखेंगे
हम देखेंगे