Back to Top

Lata Mangeshkar - So Gaya Sara Zamana Lyrics



Lata Mangeshkar - So Gaya Sara Zamana Lyrics
Official




सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
ए हवा जाकर उसे
तू पास क्यों बुलाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया

चाँद पहले भी निकलता था मगर ऐसा न था
चाँद पहले भी निकलता था मगर ऐसा न था
आज ऐसी बात क्यों है
कुछ समझ आती नहीं
सो गया सारा जमाना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया

चाँदनी कुछ चाँद से कहके जमीं पर आ गयी
चाँदनी कुछ चाँद से कहके जमीं पर आ गयी
जाने क्या देखा यहाँ
अब लौट कर जाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
ए हवा जाकर उसे
तू पास क्यों बुलाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
ए हवा जाकर उसे
तू पास क्यों बुलाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया

चाँद पहले भी निकलता था मगर ऐसा न था
चाँद पहले भी निकलता था मगर ऐसा न था
आज ऐसी बात क्यों है
कुछ समझ आती नहीं
सो गया सारा जमाना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया

चाँदनी कुछ चाँद से कहके जमीं पर आ गयी
चाँदनी कुछ चाँद से कहके जमीं पर आ गयी
जाने क्या देखा यहाँ
अब लौट कर जाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
ए हवा जाकर उसे
तू पास क्यों बुलाती नहीं
सो गया सारा ज़माना
नींद क्यों आती नहीं
सो गया
[ Correct these Lyrics ]
Writer: KUMAR HEMANT, Rajinder Krishnan
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Lata Mangeshkar - So Gaya Sara Zamana Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet