Back to Top

Mohammed Rafi - Mil Gaya Taqdeer Se Chashma Lyrics



Mohammed Rafi - Mil Gaya Taqdeer Se Chashma Lyrics
Official




आज से सेकड़ो वर्ष पहले
अरब के लोग सरघॉ की तलाश मे
कबीला दर कबीला फिरा करते था

मिल गया तकदीर से चश्मा यहा
है मगन है दो अरब के ख़ानदान
एक कबीला आमरी अक सरवरी
दोनो सरदारो के कायम अफ़सरी
मिल के रहते थे ये दोनो कारवाँ
एक बहोट छोटा सा मक्तब था यहा
कैसे और लैला जिसमे पढ़ते थे मुदाम
कैसे लिकता रहता था लैला का नाम
लैला का नाम
लैला का नाम
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




आज से सेकड़ो वर्ष पहले
अरब के लोग सरघॉ की तलाश मे
कबीला दर कबीला फिरा करते था

मिल गया तकदीर से चश्मा यहा
है मगन है दो अरब के ख़ानदान
एक कबीला आमरी अक सरवरी
दोनो सरदारो के कायम अफ़सरी
मिल के रहते थे ये दोनो कारवाँ
एक बहोट छोटा सा मक्तब था यहा
कैसे और लैला जिसमे पढ़ते थे मुदाम
कैसे लिकता रहता था लैला का नाम
लैला का नाम
लैला का नाम
[ Correct these Lyrics ]
Writer: GHULAM MOHAMMED, SARDAR MALIK, SHAKEEL BADAYUNI
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Mohammed Rafi - Mil Gaya Taqdeer Se Chashma Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet